खांसी, कोलेस्ट्रॉल, ज्यादा वजन, शरदी, काम भूख लगना, जेसे रोगों के लिए अमृत समान ही ये रसोईघर मे छिपी हुई चीज।

आमतौर पर अजवाइन का इस्‍तेमाल नमकीन पूरी, मठ्ठी, नमक पारे और पराठों का स्‍वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. लेकिन अजवाइन के छोटे-छोटे बीजों में ऐसे गुणकारी तत्‍व मौजूद हैं।

इनडाइजेशन या अपच होने पर अकसर मां हमें गरम पानी और नमक के साथ अजवाइन खाने की हिदायत देती है. इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्‍सीडेंट और जलनरोधी तत्‍व पाए जाते हैं, जो न सिर्फ छाती में जमे कफ से छुटकारा दिलाते हैं बल्‍कि सर्दी और साइनस में आराम देते हैं।

अधिक तीखा भोजन करने के बाद छाती में जलन की परेशानी हो जाती है। ऐसे में 1 ग्राम अजवाइन, और बादाम की 1 गिरी को खूब चबा-चबा कर, या पीस कर खाएं। इससे फायदा होता है।

अगर कोई पेट संबंधी रोगों से परेशान रहता है, तो उसे 1 भाग अजवाइन, आधा भाग काली मिर्च, और सेंधा नमक को मिलाकर पीस लेना है। इसे गुनगुने पानी के साथ, 1-2 ग्राम की मात्रा में लेना है। सुबह-शाम सेवन करने से पेट संबंधी रोग ठीक होते हैं।

अजवाइन पेट की कई बीमारियों का रामबाण इलाज है. इसका सेवन करने से पेट दर्द, गैस, उल्‍टी, खट्टी डकार और एसिडिटी में आराम मिलता है. अजवाइन, काला नमक और सूखे अदरक को पीसकर चूरन तैयार कर लें. खाना खाने के बाद इस चूरन का सेवन करने से पेट संबधित बीमारी से छुटकारा मिलता हे ।

2 चम्मच अजवाइन और 2 कप पानी अपने टेस्ट के हिसाब से गुड मिलाकर उबालें। आधा पानी रहने पर छानकर गर्म-गर्म सुबह-शाम मासिक धर्म आने के 1 सप्ताह पहले से पिए  और मासिक धर्म के प्रथम दिन तक पिए। इस तरह 3 महीने तक हर मासिक धर्म से पहले पिए। मासिक धर्म सम्बंधित सभी गड़बड़िया ठीक हो जायेंगी।

अजवाइन के थायमोल में जो एन्टीबैक्टीरियल गुण होते है वह मुँह और दांत के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करता है। साथ ही अजवाइन में एंटी-कैरोजेनिक गुण होता है वह मुँह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है और किसी भी प्रकार के संक्रमण के आशंका को कम करने में मदद करता है।

अजवाइन वजन घटाने में भी काफी मददगार है. अजवाइन का पानी पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्‍म बढ़ता है, जिससे चर्बी घटने लगती है. एक गिलास पानी में रात भर अजवाइन भ‍िगोकर रख दें. इसमें शहद मिलाकर खाली पेट पीने से जल्‍दी फायदा होता है.

एक चम्मच पीसी हुई अजवाइन की फंकी गर्म पानी के साथ लेने से भूख अच्छी लगती हैं। यह बारिश के मौसम में ज्यादा फायदेमंद होता हैं। अजवाइन, इसबगोल की भूसी, सोंठ सामान मात्रा में पीसकर एक चम्मच सोते समय गर्म पानी के साथ लेनेसे गैस और कब्ज नहीं बनेगी।

अजवाइन में जो कार्वाकोल नाम का एसेनशियल ऑयल होता है वह ब्रोंकोडाइलेटरी प्रभाव के कारण जाना जाता है। ये कफ से राहत दिलाने में मदद करता है, यानि श्वसन नली के जमे हुए बलगम या कफ को कम करके दम की परेशानी को कम करने में सहायता करता है।

प्रसव के बाद कुछ महिलाओं के स्तनों में ठीक तरह से दूध नहीं बनता, जिस कारण शिशु को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। ऐसे में स्तनपान करने वाली महिलाओं को आहार के साथ अजवाइन देने पर दूध की मात्रा में विकास होता है। अजवाइन दूध स्राव को बेहतर करने में मदद करता है।

अगर आपकी खांसी ठीक नहीं हो रही है तो अजवाइन का पानी बहुत फायदामंद हे।  इसके लिए अजवाइन को पानी में मिलाकर उबाल ले इसमें काला नमक मिलाकर पीने से आराम म‍िलेगा.

बढ़ते कोलेस्ट्रोल की समस्या को कम करने के लिए अजवाइन का उपयोग किया जा सकता है। अजवाइन के बीज में एंटीहाइपरलिपिडेमिक प्रभाव पाया जाता है, जो शरीर के कोलेस्ट्रोल, एलडीएल-कोलेस्ट्रोल, ट्राइग्लिसराइड्स और टोटल लिपिड को कम करने में मदद करता है।

आयुर्वेद में अजवाइन को पाचक औषधि के रूप में जाना जाता है। ये कहा जाता है कि अकेला अजवाइन सैंकड़ो प्रकार के अन्न को हजम करवाने में सक्षम है। अजवाइन पाचक जूस के सिक्रेशन को बढ़ाने के साथ-साथ डाइजेस्टिव एन्जाइम के एक्टिविटी को बढ़ाकर हजम करने की शक्ति को बेहतर करने में मदद करती है।

अजवाइन खाने के फायदे किडनी स्टोन से राहत दिलाने के लिए भी हो सकते हैं। अजवाइन में ड्यूरेटिक प्रॉपर्टी पाई जाती है, जिसे किडनी स्टोन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है । ड्यूरेटिक प्रॉपर्टी पेशाब में कैल्शियम की मात्रा को कम कर सकती है। इससे किडनी स्टोन के निर्माण को रोका जा सकता सकता है।

अजवाईन के बीज बालों के प्री-मैच्योर को रोकने में मदद करते हैं। एक गिलास पानी में एक एक चम्मच करी पत्ता, सूखे अंगूर, चीनी और अजवायन के बीज डालकर काढ़ा बनाएं और हर दिन इसका एक गिलास पीने से बालों के सफ़ेद होने को रोकने में लाभदायक होता है

भयानक कान दर्द को कम करने के लिए, अजवाईन के तेल की दो बूंदें पर्याप्त हैं। दाँत-दर्द से तुरंत राहत के लिए, गुनगुने पानी मे 1 चम्मच अजवाईन और नमक के मिश्रण से गरारे और कुल्ला करने से दाँत-दर्द को कम करने में उपयोगी होता है।

अजवाइन बीज के जलने के धुएं को साँस के साथ अन्दर लेना भी दर्द वाले दांत के लिए अच्छा नुस्खा है। इसके अलावा, यह एक माउथ वॉश के रूप में कार्य करता है।

अजवाइन के फायदे त्वचा के लिए भी हो सकते हैं। अजवाइन में थाइमोल पाया जाता है, जो त्वचा संक्रमण से छुटकारा दिलाने में सहायता कर सकता है। साथ ही इसमें एंटीवायरल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरियल गतिविधि भी पाई जाती है, जो त्वचा से फंगस, बैक्टीरिया और सूजन की समस्या को दूर करने मे मदद करती है।

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