अगर आपको भी बिना मतलब के ज्यादा पसीना आता है तो हो सकती है खतरनाक बीमारी

आज कल के खानपान से शरीर मे कुछ बदलाव आने लगते है। वर्कआउट या कसरत के तुरंत बाद या गर्मियों के सीजन में पसीना आना बहुत ही सामान्य बात है पर कई बार अचानक बिना किसी कारण के बहुत ही ज्यादा पसीना आना दिल के दौरे का संकेत हो सकता बनता है।

ड्रग्स या किसी भी नशीली चीज़ का सेवन करने से सीधा असर व्यक्ति के दिमाग पर पड़ता है। कोकीन का इस्तेमाल दुनिया भर में किसी ना किसी रूप में हो ही रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार कोकीन का ज्यादा सेवन भी हार्ट अटैक का एक कारण भी बन सकता है।

ज़्यादातर पुरुष मे 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग, और महिलाओं के लिए 55 वर्ष से ज्यादा उम्र होने पर दिल का दौरा पड़ने की संभावना ज्यादा हो जाती है। व्यस्त जीवन के कारण और अनियमित आहार, जंक फूड खाना, और अधिक मसालेदार भोजन खाने से दिल का दौरा पड़नेकी संभावना बढ़ जाती है।

खानपान में कुछ बदलाव करने से हार्ट अटैक के खतरे बहुत ही ज्यादा बचा जा सकता है| मसालेदार और स्पाइसी भोजन खाने से बचना चाहिए| एक्सपर्ट के अनुसार, ज्यादा वसा वाला भो जब इन धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है तो यह ब्लॉक हो जाती हैं| इसकी वजह से हृदय में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है| और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

दिल का दौरा पड़ने वाले लोगो के लक्षण भिन्न प्रकार के होते हैं। और एक ही व्यक्ति का दिल का दौरा पिछली बार पड़ा उससे दूसरा दौरे से अलग हो सकता है। छाती में दर्द या दबाव दिल का दौरा पड़ने का सबसे सामान्य और महत्वपूर्ण कारण है। शुरुआती पहचान और शीघ्र उपचार के लिए दिल के दौरे के लक्षणों को जानना बहुत ही ज़रूरी होता है। ध्यान रखें आपके रोजमर्रा की जिंदगी में आप अपने सेहत का भी उतना ही ख्याल रखें जितना आप अपने अपनों का रखते है और खानपान का रखते है।

महिलाओं और पुरुषों में भी हार्ट अटैक के लक्षण अलग अलग होते है। एक अध्ययन के अनुसार पता चला है कि पुरुषों से ज़्यादा महिलाओं में खतरे अधिक होते है| दिल के दौरे का उच्च जोखिम विरासत में भी मिल सकता है। अगर घर मे किसी को पहले एसा प्रोब्लेम हुआ है तो खतरा बहुत ही ज्यादा बढ़ सकता है।

उच्च रक्तचाप के वजह से हृदय पर अनावश्यक तनाव रहती है। और अधिक मात्रा में वजन बढ़ गया है तो दिल पर ज़ोर पड़ता है। और खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान और मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले लोग को दिल के दौरे का खतरा ज्यादा होता है। शिफ्ट कार्यरत लोग जो भी तनावपूर्ण कार्य करते हैं, या जो अपने व्यक्तिगत जीवन में लम्बे समय तक तनाव मे गुजरते है वे दिल के दौरे के जोखिम का सामना कर सकता हैं।

इनके अलावा कई कारण है जिससे खतरा हो सकता है। एनजाइन यानि दिल में ऑक्सीजन की कमी, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर होना, शरीर की निष्क्रियता और डायबिटीज दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ा सकता है।