हाल ही में दिल्ली में हुई आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में खिलाड़ियों की रिटनेंशन पॉलिसी को लेकर बेहद ही अहम फैसला लिया गया था। अब अगले साल 2018 में आईपीएल के 11वें संस्करण में सभी टीमें अपने 5-5 खिलाड़ियों को रीटेन कर सकेंगी। इसमें प्री-प्लेयर ऑक्शन और राइट टू मैच के तहत खिलाड़ी रिटेन होंगे। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नीलामी अगले साल 27 और 28 जनवरी को बेंगलुरु में होगी।
इस साल की नीलामी में 80 करोड़ रूपये का बजट होगा जबकि पहले यह 66 करोड़ रूपये था। आईपीएल की नी पॉलिसी आने के बाद क्रिकेट जगत में हलचल है कि दुनिया के इस सबसे बड़े खेल आयोजन में कौन सी टीम अपने किस खिलाड़ी को रिटेन करेगी।
खबरों के मुताबिक चेन्नई सुपरकिंग्स एमएस धोनी के अलावा सुरेश रैना और रविंद्र जडेजा को रिटेन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। बता दें कि सीएसके पर कथित स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में 2015 में बैन लगा दिया गया था। तब उसके कप्तान एमएस धोनी ही थी। धोनी ने सीएसके को दो बार खिताब जितवाया है और उसे आईपीएल की सबसे सफल टीम माना जाता है। भले ही धोनी अब टीम इंडिया के कप्तान नहीं हैं लेकिन सीएसके टीम मैनेजमेंट का मानना है कि धोनी की उपस्थिति मात्र से ही टीम का मनोबल बढ़ेगा। एक अधिकारी ने सीएसके की रणनीतियों के बारे में बात करते हुए कहा- “धोनी शायद चेन्नई में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले क्रिकेटर हैं। सीएसके के प्रशंसकों को धोनी के बिना टीम देखना नहीं है। धोनी के साथ एक लंबा साथ रहा है, जो कि उनके खेलने के दिनों से भी ज्यादा है। वह अभी भी कप्तान और खिलाड़ी के रूप में योगदान करने में सक्षम हैं।”