योगी आदित्यनाथ एक आक्रामक हिंदूवादी नेता के साथ विकास वाले सीएम भी दिखना चाहते हैं. इसलिए मुंबई में वे नामी गिरामी कारोबारियों से मिले और उन्हें यूपी आने का न्यौता भी दिया.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का मुंबई में शुक्रवार को बड़ा व्यस्त कार्यक्रम रहा. 22 दिसंबर को वे दिनभर देश के दिग्गज उद्योगपतियों से मिलते रहे. होटल ट्रायडेंट में सीएम योगी ने मुकेश अंबानी से लेकर रतन टाटा तक से भेंट की. अगले साल 22 और 23 फरवरी को लखनऊ में योगी सरकार ने इन्वेस्टर मीट करने का फैसला किया है. पीएम नरेंद्र मोदी इसका उदघाटन करेंगे.
योगी आदित्यनाथ एक आक्रामक हिंदूवादी नेता के साथ विकास वाले सीएम भी दिखना चाहते हैं. इसलिए मुंबई में वे नामी गिरामी कारोबारियों से मिले और उन्हें यूपी आने का न्यौता भी दिया. रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मदद का भरोसा दिया. सीएम योगी से उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी यूपी में 300 से बढ़ाकर 1000 पेट्रोल पंप लगाएगी.
वहीं रतन टाटा ने वाराणसी में कैंसर इंस्टीट्यूट खोलने का वादा किया है. पीएम नरेंद्र मोदी यहां से लोक सभा के सांसद हैं. रतन टाटा ने लखनऊ में टीसीएस सेंटर टाटा मोटर्स का विस्तार जल्द करने को लेकर योगी से बातचीत की. इसके साथ ही रतन टाटा ने लखनऊ या आगरा में से किसी एक शहर को गोद लेने का वादा भी किया.
महिंद्रा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका ने कृषि के क्षेत्र में यूपी सरकार की मदद करने का फैसला किया तो टोरंट ग्रुप के चेयरमैन ने सीएम योगी को बताया कि गुजरात के बाद उनकी अगली मंजिल यूपी ही है.
इसके अलावा हिंदूजा ग्रुप के चेयरमैन अशोक हिंदूजा ने सीएम योगी को राज्य के प्रमुख धार्मिक जगहों के विकास में मदद का प्रस्ताव दिया. एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने रियल स्टेट में जारी मंदी को लेकर सीएम से लम्बी बातचीत की और कई सुझाव भी दिए.